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बलिया। अब क्षेत्र पंचायतें भी तीन-तीन अमृत सरोवर का निर्माण कराएंगी। जिले में पहले कुल 1880 अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित था, जो अब बढ़कर 1931 हो गया है।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह सभी सरोवर 15 अगस्त 2023 तक पूरे होने हैं। हालांकि पूर्व के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष सरोवरों का निर्माण काफी सुस्त है। अभी तक 10 फीसदी सरोवर भी पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हो सके हैं। करीब छह माह पहले शासन की ओर से जिले में कुल 1880 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। शुरुआत में सरकार ने 75 अमृत सरोवर विकसित करने को कहा लेकिन बाद में प्रत्येक गांव में दो अमृत सरोवर विकसित करने का निर्देश दिया। इससे जल संरक्षण के साथ प्राकृतिक सौंदर्य भी बढ़ेगा। योजना के तहत एक एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले तालाबों का ही चयन किया गया है। अमृत सरोवर निर्माण पर ग्राम निधि और मनरेगा से खर्च किया जाना है। प्रत्येक अमृत सरोवर को पूर्ण रूप से तैयार करने पर करीब 50 लाख का खर्च आएगा। इसके अलावा, जो सरोवर पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित किए जाएंगे, उन पर 75 लाख तक का खर्च आएगा। प्रत्येक अमृत सरोवर कुल एक एकड़ क्षेत्रफल में बनने हैं लेकिन अब तक पूरी तरह केवल चार अमृत सरोवर ही तैयार हो सके हैं। इसके अलावा, 166 अमृत सरोवरों पर काम चल रहा है। अधिकारियों की मानें तो अब प्रत्येक क्षेत्र पंचायत की ओर से भी तीन-तीन अमृत सरोवर का निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी सरोवरों को 15 अगस्त 2023 तक पूरा किया जाना है।
अमृत सरोवरों के निर्माण का कार्य चल रहा है। अब क्षेत्र पंचायतें भी तीन-तीन सरोवरों का निर्माण कराएंगी, जिससे लक्ष्य में बढ़ोतरी हुई है। प्रयास है कि तय समय पर यह कार्य पूरा कर लिया जाए। – दिग्विजय नाथ तिवारी, प्रभारी, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार मनरेगा, बलिया
बलिया। अब क्षेत्र पंचायतें भी तीन-तीन अमृत सरोवर का निर्माण कराएंगी। जिले में पहले कुल 1880 अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित था, जो अब बढ़कर 1931 हो गया है।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत यह सभी सरोवर 15 अगस्त 2023 तक पूरे होने हैं। हालांकि पूर्व के निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष सरोवरों का निर्माण काफी सुस्त है। अभी तक 10 फीसदी सरोवर भी पूरी तरह बनकर तैयार नहीं हो सके हैं। करीब छह माह पहले शासन की ओर से जिले में कुल 1880 अमृत सरोवर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया। शुरुआत में सरकार ने 75 अमृत सरोवर विकसित करने को कहा लेकिन बाद में प्रत्येक गांव में दो अमृत सरोवर विकसित करने का निर्देश दिया। इससे जल संरक्षण के साथ प्राकृतिक सौंदर्य भी बढ़ेगा। योजना के तहत एक एकड़ से अधिक क्षेत्रफल वाले तालाबों का ही चयन किया गया है। अमृत सरोवर निर्माण पर ग्राम निधि और मनरेगा से खर्च किया जाना है। प्रत्येक अमृत सरोवर को पूर्ण रूप से तैयार करने पर करीब 50 लाख का खर्च आएगा। इसके अलावा, जो सरोवर पर्यटन केंद्र के तौर पर विकसित किए जाएंगे, उन पर 75 लाख तक का खर्च आएगा। प्रत्येक अमृत सरोवर कुल एक एकड़ क्षेत्रफल में बनने हैं लेकिन अब तक पूरी तरह केवल चार अमृत सरोवर ही तैयार हो सके हैं। इसके अलावा, 166 अमृत सरोवरों पर काम चल रहा है। अधिकारियों की मानें तो अब प्रत्येक क्षेत्र पंचायत की ओर से भी तीन-तीन अमृत सरोवर का निर्माण कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। सभी सरोवरों को 15 अगस्त 2023 तक पूरा किया जाना है।
अमृत सरोवरों के निर्माण का कार्य चल रहा है। अब क्षेत्र पंचायतें भी तीन-तीन सरोवरों का निर्माण कराएंगी, जिससे लक्ष्य में बढ़ोतरी हुई है। प्रयास है कि तय समय पर यह कार्य पूरा कर लिया जाए। – दिग्विजय नाथ तिवारी, प्रभारी, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार मनरेगा, बलिया