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बाराबंकी। डेंगू के मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या से इसकी दहशत लोगों के मन मस्तिष्क में पूरी तरह से बैठ गई। यहीं वजह है कि हल्का सा बुखार होने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं और जांच कराने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगने लगी हैं। रोग पर नियंत्रण लगा पाने में सरकारी अमला पूरी तरह से नाकाम है।
जिले में डेंगू के मरीज इतने ज्यादा हो गए हैं कि सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में बने डेंगू वार्ड मरीजों से भर चुके हैं। बुधवार को जिले में डेंगू और बुखार के लक्षण वाले 17 नए मरीज पाए गए हैं जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
शहर के मोहल्ला भीतरी पीरबटावन निवासी फैयाज, जकीरुलनिशां, हसीना, लखपेड़ाबाग निवासी मोनिका, प्रांशू, दीपिका, बाल बिहार कॉलोनी निवासी गीता देवी, शशिबाला, लक्ष्मी वर्मा, बंकी के गोविंद, कैलाश समेत 17 मरीजों में डेंगू और बुखार के लक्षण पाए जाने पर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डेंगू मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या से लोगों में दहशत का माहौल है और हल्का सा बुखार होने पर भी लोग अस्पतालों में पहुंच रहे और जांचें करा रहे हैं।
यहीं कारण है कि सरकारी अस्पताल की पैथालॉजी में जांच कराने वालों की सुबह से ही लाइन लग जा रही है। वहीं सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। इसके चलते ज्यादातर लोग लखनऊ के निजी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं। वहीं सरकारी अमला तमाम प्रयासों के बाद भी डेंगू पर नियंत्रण नहीं लगा पा रहा है।
शहर में फॉगिंग हो रही न सफाई
शहर के वीआईपी मोहल्लों को छोड़ दिया जाए तो किसी भी मोहल्ले में न तो सफाई कर्मी ही पहुंच रहे हैं और न ही फॉगिंग कराई जा रही है। जबकि जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं और जलभराव की वजह से डेंगू की मच्छर पनप रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इसको लेकर जरा भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार फील्ड का भ्रमण कर साफ-सफाई के साथ छिड़काव आदि का कार्य करा रही हैं। जहां पर भी बुखार के मरीज पाए जा रहे हैं वहां पर टीमें जाकर दवाएं बांट रही हैं और लोगों को रोगों से बचाव के प्रति जागरूक कर रही हैं।
-डॉ. अवधेश कुमार सीएमओ
बाराबंकी। डेंगू के मरीजों की लगातार बढ़ रही संख्या से इसकी दहशत लोगों के मन मस्तिष्क में पूरी तरह से बैठ गई। यहीं वजह है कि हल्का सा बुखार होने पर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं और जांच कराने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगने लगी हैं। रोग पर नियंत्रण लगा पाने में सरकारी अमला पूरी तरह से नाकाम है।
जिले में डेंगू के मरीज इतने ज्यादा हो गए हैं कि सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में बने डेंगू वार्ड मरीजों से भर चुके हैं। बुधवार को जिले में डेंगू और बुखार के लक्षण वाले 17 नए मरीज पाए गए हैं जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
शहर के मोहल्ला भीतरी पीरबटावन निवासी फैयाज, जकीरुलनिशां, हसीना, लखपेड़ाबाग निवासी मोनिका, प्रांशू, दीपिका, बाल बिहार कॉलोनी निवासी गीता देवी, शशिबाला, लक्ष्मी वर्मा, बंकी के गोविंद, कैलाश समेत 17 मरीजों में डेंगू और बुखार के लक्षण पाए जाने पर अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डेंगू मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या से लोगों में दहशत का माहौल है और हल्का सा बुखार होने पर भी लोग अस्पतालों में पहुंच रहे और जांचें करा रहे हैं।
यहीं कारण है कि सरकारी अस्पताल की पैथालॉजी में जांच कराने वालों की सुबह से ही लाइन लग जा रही है। वहीं सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए बनाए गए वार्ड पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। इसके चलते ज्यादातर लोग लखनऊ के निजी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं। वहीं सरकारी अमला तमाम प्रयासों के बाद भी डेंगू पर नियंत्रण नहीं लगा पा रहा है।
शहर में फॉगिंग हो रही न सफाई
शहर के वीआईपी मोहल्लों को छोड़ दिया जाए तो किसी भी मोहल्ले में न तो सफाई कर्मी ही पहुंच रहे हैं और न ही फॉगिंग कराई जा रही है। जबकि जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं और जलभराव की वजह से डेंगू की मच्छर पनप रहे हैं। लेकिन जिम्मेदार इसको लेकर जरा भी गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार फील्ड का भ्रमण कर साफ-सफाई के साथ छिड़काव आदि का कार्य करा रही हैं। जहां पर भी बुखार के मरीज पाए जा रहे हैं वहां पर टीमें जाकर दवाएं बांट रही हैं और लोगों को रोगों से बचाव के प्रति जागरूक कर रही हैं।
-डॉ. अवधेश कुमार सीएमओ